भारत के प्रधानमंत्री (Prime Minister of India)-
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Indian Prime Minister |
प्रधानमंत्री की नियुक्ति (Appointment of the Prime minister)-
प्रधानमन्त्री के नियुक्ति के सम्बन्ध में न्यायालय के महत्वपूर्ण निर्णय ( Important judgement of Courts regarding appointment of Prime minister) -
- 1980 में दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार - संविधान में यह आवश्यक नहीं है कि एक व्यक्ति के प्रधानमंत्री हेतु चयनित होने हेतु जरूरी नहीं कि पहले ही लोकसभा में अपना बहुमत सिद्ध करे ।
- माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय के अनुसार - एक व्यक्ति जो किसी भी सदन का सदस्य न हो प्रधानमंत्री पद हेतु योग्य होगा बशर्ते उसे 6 माह के बाद अपना बहुमत सिद्ध करना होगा ।
राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री का संबंध ( Relation of PM with the President ) -
- अनुच्छेद 74 के अनुसार - राष्ट्रपति को सलाह एवं सहायता देने हेतु एक मंत्रीपरिषद् होगा जिसका मुखिया प्रधानमंत्री होगा ।
- राष्ट्रपति इसी के सलाह के अनुसार ही कार्य करेगा ।
- अनुच्छेद 75 के अनुसार- प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति करेगा और प्रधानमंत्री के सलाह के अनुसार मंत्रिपरिषद के अंतर्गत मंत्रियों की नियुक्ति करेगा। मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होगी । मंत्री राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत अपने पद पर बने रहेंगे ।
- अनुच्छेद 78 के अनुसार प्रधानमंत्री संघ के कार्यकलाप के प्रशासन सम्बन्धी , विधान विषयक सम्बन्धी जानकारी को राष्ट्रपति को सूचित करेगा ।
प्रधानमंत्री की शपथ शर्तें एवं वेतन (Oath of Prime Minister and his salaray)-
- "मैं भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा
- मैं भारत की प्रभुता एवं अखंडता बनाये रखूंगा
- मैं श्रद्धा पूर्वक एवं शुद्ध अंतःकरण से अपने पद एवं दायित्वों का निर्वहन करुंगा
- मैं भय या पक्षपात अनुराग या द्वेष के बिना सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा
- जो विषय मेरे विचार के लिए लाया जाएगा अथवा मुझे ज्ञात होगा उसे किसी व्यक्ति अथवा व्यक्तियों को तब तक के सिवाय जबकि ऐसे मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों के सम्यक निर्वहन के लिए ऐसा अपेक्षित हो, मैं प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संसूचित एवं प्रकट नहीं करूंगा "
प्रधानमंत्री के कार्य व शक्तियां (Work and Power of The Prime Minister )-
- वह अपने पार्टी के व्यक्तियों को मंत्री पद पर नियुक्त करने हेतु राष्ट्रपति से सिफारिश करता है राष्ट्रपति उन्हीं व्यक्तियों को मंत्री नियुक्त कर सकता है जिन की सिफारिश प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है ।
- वह मंत्रियों को विभिन्न मंत्रालय आवंटित कर सकता है तथा समय अनुसार उन में फेरबदल भी कर सकता है ।
- वह मंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करता है तथा उसके सभी निर्णय को प्रभावित करता है ।
- वह किसी मंत्री को त्यागपत्र देने अथवा राष्ट्रपति को उसे बर्खास्त करने की सलाह दे सकता है ।
- वह अपने पद से त्यागपत्र देकर मंत्रिमंडल को बर्खास्त कर सकता है ।
- वह सभी मंत्रियों की गतिविधियों पर नियंत्रण और निर्देशक रखता है ।
- प्रधानमंत्री मंत्री परिषद का मुखिया होता है इसलिए प्रधानमंत्री के त्यागपत्र देने के समय अथवा उसकी मृत्यु हो जाने पर अन्य मंत्रियों को भी त्यागपत्र देना होता है अर्थात मंत्री परिषद स्वयं ही विघटित हो जाती है ।
- प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को विविध संवैधानिक पदों जैसे भारत का महान्यायवादी, संघ लोक सेवा का अध्यक्ष, भारत का महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक, वित्त आयोग का अध्यक्ष एवं उसके सदस्य, चुनाव आयुक्त के नियुक्ति के संबंध में परामर्श देता है ।
- वह संघ के कार्यकलाप के प्रशासन संबंधी तथा विधान विषयक सभी विषय को राष्ट्रपति को संसूचित करता है ।
- प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को संसद का सत्र प्रारंभ करने एवं सत्रावसान करने हेतु परामर्श देता है ।
- वह दोनों सदनों में सरकार की समस्त नीतियों की घोषणा करता है ।
- प्रधानमंत्री किसी भी समय लोकसभा को विघटित करने हेतु राष्ट्रपति से सिफारिश कर सकते हैं ।
प्रधानमंत्री की अन्य शक्तियां एवं कार्य (Other work and power of The Prime Minister)-
- प्रधानमंत्री नीति आयोग अंतर राज्य परिषद राष्ट्रीय विकास परिषद आदि का अध्यक्ष होता है ।
- प्रधानमंत्री राष्ट्र की विदेश नीति को दशा और दिशा देने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं ।
- प्रधानमंत्री केंद्र सरकार का मुख्य वक्ता होता है ।
- प्रधानमंत्री सत्ताधारी दल का नेता होता है ।
- वह सेनाओं का राजनीतिक प्रमुख होता है ।
- प्रधानमंत्री आपातकाल के दौरान राजनीति का स्तर पर आपदा प्रबंधन का प्रमुख है ।
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List of Indian Prime Ministers in Hindi From 1947 to 2022 |
list of Indian Prime Ministers From 1947 to 2022 | Bharat ke Pradhanmantri ki list in hindi -
प्रधानमंत्री का नाम तथा कार्यालय
की अवधि |
योगदान/आख्या |
1 1) जवाहर लाल नेहरू 15 अगस्त 1947 से 27 मई
1964 16 साल, 286 दिन |
भारत के पहले प्रधान
मंत्री और भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री पद पर
आसीन रहते हुए मरने वाले पहले व्यक्ति |
2) गुलजारीलाल नंदा 27 मई 1964 से 9 जून 1964 तक, केवल 13 दिन तक |
भारत के प्रथम
कार्यकारी प्रधानमंत्री |
3) लाल बहादुर शास्त्री 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 1 साल, 216 दिन |
उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान "जय जवान जय
किसान" का नारा दिया था |
4) गुलजारी लाल नंदा 11 जनवरी 1966 से 24 जनवरी 1966 (13 दिन) |
भारत के द्वितीय बार कार्यकारी
प्रधानमंत्री |
5) इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तक 11 साल, 59 दिन |
भारत की पहली महिला
प्रधानमंत्री |
6) मोरारजी देसाई 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 2 साल, 126 दिन |
प्रधानमंत्री बनने वाले
सबसे उम्रदराज (81 साल के) व्यक्ति और प्रधानमंत्री
पद से इस्तीफा देने वाले पहले व्यक्ति |
7) चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 170 दिन |
अकेले प्रधानमंत्री
जिन्होंने संसद का सामना कभी नहीं किया |
8) इंदिरा गांधी 14 जनवरी 1980 से 31 अक्टूबर 1984 4 साल, 291 दिन |
एकमात्र महिला जिन्होंने
दूसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया |
9) राजीव गांधी 31 अक्टूबर 1984 से 2 दिसंबर 1989 5 साल, 32 दिन |
प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे कम उम्र के (40 साल के) व्यक्ति |
10) वी. पी. सिंह 2 दिसंबर 1989 से 10 नवंबर 1990 343 दिन |
अविश्वास प्रस्ताव के
चलते प्रधानमंत्री पद छोड़ने वाले पहले व्यक्ति |
11)चंद्र शेखर 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक 223 दिन |
वह समाजवादी जनता
पार्टी से ताल्लुक रखते हैं |
12) पी वी नरसिम्हा राव 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक 4 साल; 330 दिन |
दक्षिण भारत के पहले
पीएम; उदारीकरण,निजीकरण और वैश्वीकरण जैसे सुधार इन्ही के कार्यकाल में
हुआ था |
13) अटल बिहारी वाजपेयी 16 मई 1996 से 1 जून 1996 16 दिन |
सबसे छोटे कार्यकाल के
लिए प्रधानमंत्री |
14)
एच डी
देवेगौड़ा 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 (324 दिन) |
वह जनता दल पार्टी से जुड़े
हुए थे |
15)
इंदर कुमार
गुजराल 21 अप्रैल 1997 से 19 मार्च 1998 332 दिन |
भारतीय राजनयिक |
16)अटल बिहारी वाजपेयी 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 6 साल, 64 दिन |
पहले गैर कांग्रेसी
प्रधानमंत्री जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में पूर्ण कार्यकाल पूरा किया |
17)
मनमोहन सिंह 22 मई 2004 से 26 मई 2014 10 साल, 4 दिन |
भारत के प्रथम सिख
प्रधानमंत्री |
18) नरेंद्र मोदी 26 मई 2014 से वर्तमान तक |
भारत के चौथे
प्रधानमंत्री जिन्होंने लगातार दो कार्यकाल की सेवा की लगातार दूसरी बार पूर्ण
बहुमत से |
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